Guru Purnima festival was celebrated at 71 places across the country including Varanasi in a vibrant atmosphere

वाराणसी सहित देशभर में 71 स्थानों पर गुरुपूर्णिमा महोत्सव मनाया गया


अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद।


वाराणसी। वर्तमान में सनातन धर्म को समाप्त करने की घोषणाएँ खुलकर की जा रही हैं। तथाकथित प्रगतिशील, साम्यवादी, अर्बन (शहरी) नक्सलवादी समूहों द्वारा जो हिंदूविरोधी, राष्ट्रविरोधी कथानक (नैरेटिव्स) स्थापित किए जा रहे हैं, उन्हें नष्ट करने और धर्मनिष्ठ एवं राष्ट्रनिष्ठ तेजस्वी विचार समाज में स्थापित करने की आवश्यकता है। आज मंदिरों की सैकड़ों एकड़ जमीन पर अतिक्रमण हो चुका है, जबकि दूसरी ओर वक्फ कानून के अंतर्गत देश की लगभग 8 लाख एकड़ भूमि वक्फ बोर्ड के अधीन है। हिंदुओं की शोभायात्राओं और जुलूसों पर होने वाली पत्थरबाजी, हलाल सर्टिफिकेशन, दंगे, ड्रग्स (मादक पदार्थों) का प्रसार, भ्रष्टाचार, अत्याचार जैसी घटनाओं की सूची कभी खत्म नहीं होती । इन्हे रोकने का एकमात्र उपाय है, वह है रामराज्य अर्थात् हिंदू राष्ट्र की स्थापना करना।

आदर्श रामराज्य अर्थात हिंदू राष्ट्र की स्थापना के कार्य में सेवा ही आज के समय की गुरुसेवा है। इसके लिए हमें क्रियाशील होना होगा, ऐसा आह्वान हिंदू जनजागृति समिति के पूर्व एवं पूर्वाेत्तर भारत के धर्म प्रचारक सद्गुरु निलेश सिंगबाल जी ने किया। यहां के शिवपुर स्थित संत अतुलानंद कांवेंट स्कूल में हिंदू जनजागृति समिति द्वारा गुरुपूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने काशी विश्वनाथ मन्दिर के संदर्भ में अपना अनुभव कथन किया स समिति द्वारा विभिन्न स्थानों पर आयोजित सभी गुरुपूर्णिमा महोत्सवों के आरंभ में गुरुपूजन हुआ। इन महोत्सवों में प्रथमोपचार, स्वसंरक्षण, हिंदू राष्ट्र, साधना आदि विभिन्न विषयों पर ग्रंथप्रदर्शन, साथ ही राष्ट्र-धर्म विषयक फलकप्रदर्शन भी लगाए गए। गुरुपूर्णिमा महोत्सव में उपस्थित लोगों ने राष्ट्र और धर्मकार्य करने का संकल्प व्यक्त किया ।