राजनेता व अमिताभ के करीबी अमर सिंह दिवंगत
अनिवार्य प्रश्न । कार्यालय संवाद
राजनीति, बॉलीवुड, उद्योग संसार के साथ ही खेल की दुनिया तक सक्रिय रहे और अपनी विशेष बेबाकी के लिए पहचान बना चुके उत्तर प्रदेश की सियासत के कद्दावर नेता मुलायम सिंह के लम्बे समय तक साथी रहे अमर सिंह दिवंगत हो गए।
ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटि के सदस्य रहे अमर सिंह ने समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के साथ लम्बे समय तक राजनितिक पारी खेली। .वे राजनितिक रुप से काफी मुखर इंशान थे। अमर सिंह को राजनीति के जुगाड़ू के तौर पर भी जाना जाता रहा है। उनकी पहचान कोई भी काम कर लेने वाले व्यक्ति के तौर पर बन गई थी।
कोलकाता के सैंट जेवियर्स से कानून की डिग्री लेने वाले अमर सिंह ने कॉलेज के दिनों से ही सियासत शुरू कर दी थी। बीच के दिनों में वह अस्वस्थ होकर अस्पतात में पड़े हुए थे तो उन्हें अपने एक भूल का अहसास हुआ तब वे बच्चन परिवार से माफी मांगे थे। उन्होंने मणिशंकर अय्यर से झगड़ा व मारपीट करने का भी एक समय काफी मिडिया में शोर हुआ था। इतना ही नहीं अनिल अंबानी की एक विशेष पार्टी में अमर सिंह किसी बात को लेकर बच्चन के परिवार से भिड़ गए थे।
1996 में राज्यसभा जाने वाले नेता अमर सिंह इस समय समाजवादी पार्टी से राज्यसभा के स्वतंत्र सदस्य थे। वे समाजवादी यूपी सरकार और केंद्र सरकार की कई समितियों में शामिल रहे। अमर अमिताभ बच्चन के मना करने के बाद भी जया बच्चन को सपा में शामिल कराए थे।
अपने अलग व चुटीले अंदाज और अनेक विवादित बोलों से पहचाने जाने वाले अमर सिंह अपनी जिंदगी के आखिरी सालों में राजनीतिक तौर पर कमजोर एवं अकेले पड़ गए थे। जिंदगी के आखिरी सालों में उनकी करीबी भाजपा नेताओं से भी हुई थी लेकिन 2013 में किडनी की बीमारी से बेहद कमजोर हो गए। इसके बाद अमर सिंह धीरे-धीरे मीडिया और समाज की नजरों से दूर हो गए।
अब वह अमर नहीं रहे, मगर स्मृतियों में अमर रहेंगे।