श्रद्धांजलि संस्मरण: मेरे मित्र सजल की याद में लिखते हुए कलम रोने लगी है… महेन्द्र नाथ तिवारी ‘अलंकार’

श्रद्धांजलि संस्मरण अनिवार्य प्रश्न अखबार समूह व उद्गार परिवार से वर्षों से जुड़े रहे वरिष्ठ कवि व लेखक श्री राधेश्याम तिवारी ‘सजल’ विगत 04 सितम्बर 2020 को काशी के साहित्य … Read More

सामयिक संस्मरणीय आलेख: कोरोनाकाल में एक सफर: प्रफुल्ल सिंह ‘बेचैन कलम’

‘‘कोरोनाकाल में एक सफर’’ में जीवन की दुश्वारियों व नवप्रकट असंतुलित संवेदनाओं पर अतिसरलता पूर्वक अतिसामयिक संस्मरणीय आलेख प्रस्तुत कर रहे हैं साहित्यकार प्रफुल्ल सिंह ‘बेचैन कलम’ जीवन हमेशा एक-सा … Read More

आलेख: बाजारवाद की हमजोली बना दी गई सुन्दरता: सलिल सरोज

भौतिक युग में आज तक अपरिभाषित सुन्दरता, उसमें भटके स्त्री समाज और उसपर सौन्दर्य प्रतियोगिताओं के षणयन्त्र से आधिपत्य किए पूँजीवाद के क्षद्म की बेमिशाल भाव परिक्रमा कर रहे हैं … Read More