निजी चिकित्सालयों में कोरोना इलाज के लिए दर की गई निर्धारित, अधिक लेने पर होगी कार्रवाई
अनिवार्य प्रश्न। संवाद
वाराणसी। निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना मरीजों से मनमानी वसूली देखी जा रही थी। मुख्यमंत्री ने ऐसे अस्पतालों को शिकायत पर सीज करने का आदेश दे दिया है। कोविड मरीजों का उत्पीड़न रोकने के लिए योगी सरकार ने आज यह बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने अपने आदेश में कहा है कि निर्धारित दर से अधिक वसूली की तो अस्पतालों का लाइसेंस निरस्त कर दिया जायेगा।
सभी जिलाधिकारियों को सीएम का यह निर्देश आया है कि अधिक मुनाफाखोरी की शिकायत वाले अस्पताल से मरीजों को शिफ्ट कर तत्काल उन्हें सीज करें। अब मरीजों व तीमारदारों का उत्पीड़न हुआ तो अस्पताल प्रबंधन की भी खैर नहीं है। इसी क्रम में वाराणसी में भी प्राइवेट हाॅस्पिटल में उपचार के लिए आज दर निश्चित की गई है।
सूत्रों के अनुसार सरकारी अस्पतालों में बेड फुल मिलने या अव्यवस्था मिलने पर अब आम मरीजों को निजी चिकित्सालयों में कोविड-19 का उपचार कराना कुछ आसान हो गया है। स्थानीय जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा द्वारा जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज के लिए कुछ निजी चिकित्सालयों को नामित व नियमबद्ध किया गया है।
कोरोना मरीजों के इलाज के लिए निजी चिकित्सालयों में दरों को तीन वर्गों में रखा गया है। पहले वर्ग में मध्यम बीमारी (मोडरेट सिकनेस) से ग्रसित मरीज को सहायक देखभाल सहित एक दिन के इलाज के लिए 10000 रुपये (पीपीई किट 1200 रुपये सहित) देने होंगे। दूसरे वर्ग में गंभीर बीमारी (सीवियर सिकनेस) से ग्रसित मरीज को आईसीयू में बिना वेंटिलेटर के लिए एक दिन के इलाज के लिए 15000 रुपये (पीपीई किट 2000 रुपये सहित) देने होंगे। जबकि तीसरे वर्ग में अधिक गंभीर बीमारी (वेरी सीवियर सिकनेस) से ग्रसित मरीज को एक दिन के इलाज के लिए 18000 रुपये (पीपीई किट 2000 रुपये सहित) देने होंगे।
उपरोक्त दर नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल एंड हेल्थकेयर मान्यता प्राप्त हॉस्पिटल के निर्धारित की गयी है। जबकि गैर एनएबीएच मान्यता प्राप्त के अंतर्गत पहले वर्ग के इलाज के लिए एक दिन के 8000 रुपये (पीपीई के 1200 रुपये सहित), दूसरे वर्ग के इलाज के लिए एक दिन 13000 रुपये (पीपीई के 2000 रुपये सहित) और तीसरे वर्ग के इलाज के लिए एक दिन के 15000 रुपये (पीपीई के 2000 रुपये सहित) देने तय किया गया है।
हांलांकि सालों लाॅकडाउन में रह चुके नागरिकों के लिए यह दरें भारी भरकम ही हैं। इन दरों को अस्पताल प्रबंधन के अनुकूल ही माना जा रहा है। कई नागरिकों से ली गई प्रतिकृया में उन्होंने साफ-साफ कहा की दरों को और कम रखना चाहिए था। उनका कहना था कि इस नियम को काफी समय पहले लागू करना चाहिए था पर प्रशासन लापरवाह है और इसमें काफी देर कर चुका है। खैर, देर आए पर दर और नीचे रखनी चाहिए थी। इस मानक के अनुरुप मध्यम व निम्न वर्ग का परिवार अभी भी निजी चिकित्सालयों में नहीं जा सकता।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने प्रेस को बताया है कि पहले वर्ग के पैकेज में में कोविड केयर प्रोटोकाल के अनुसार उपचार प्रदान किये जाने के लिए बेड, भोजन तथा अन्य सुविधायें जैसे-नर्सिंग केयर, मानीटरिंग, इमेजिंग (एक्स-रे) सहित अन्य आवश्यक जांचे जैसे-सीबीसी, आरबीएस, एलएफटी, आरएफटी इत्यादि विजिटध्कन्सल्ट, चिकित्सक, परीक्षण आदि की सुविधायें सम्मिलित हैं। प्रयोगात्मक उपचार जैसे- रैमडेसिविर इत्यादि को छोड़कर अन्य उपचार पैकेज में सम्मिलित हैं। (कोविड-19 हेतु आरटीपीसीआर टेस्ट तथा आई0एल0-6 टेस्ट सम्मिलित नहीं किया गया है)
दूसरे वर्ग के पैकेज में कोविड केयर प्रोटोकाल के अनुसार उपचार प्रदान किये जाने के लिए बेड, भोजन तथा अन्य सुविधायें जैसे- नर्सिंग केयर, मानीटरिंग, इमेजिंग (एक्स-रे) सहित अन्य आवश्यक जांचे जैसे- सीबीसी, आरबीएस, एलएफटी, आरएफटी इत्यादि विजिटध्कन्सल्ट, चिकित्सक, परीक्षण आदि की सुविधायें सम्मिलित हैं। को-मोर्बिडटीज इस श्रेणी में हाइपरटेंशन एवं अनियंत्रित डायबिटीज रोगियों का उपचार तथा अल्प अवधि की हीमोडायलिसिस की सुविधा भी पैकेज में सम्मिलित है। प्रयोगात्मक उपचार जैसे- रैमडेसिविर इत्यादि को छोड़कर अन्य उपचार पैकेज में सम्मिलित हैं। (कोविड-19 हेतु आरटीपीसीआर टेस्ट तथा आई0एल0-6 टेस्ट सम्मिलित नहीं किया गया है) तीसरे वर्ग के पैकेज में कोविड केयर प्रोटोकाल के अनुसार उपचार प्रदान किये जाने के लिए इनवैसिव मैकेनिकल वेन्टीलेशन तथा नान-इनवैसिव मैकेनिकल वेन्टीलेशन जैसे- एच0एफ0एन0सी0 एवं बाई पैप की आवश्यकता वाले रोगियों का उपचार सम्मिलित है एवं बेड, भोजन तथा अन्य सुविधायें जैसे- नर्सिंग केयर, मानीटरिंग, इमेजिंग (एक्स-रे) सहित अन्य आवश्यक जांचे जैसे- सीबीसी, आरबीएस, एलएफटी, आरएफटी इत्यादिविजिटध्कन्सल्ट, चिकित्सक, परीक्षण आदि की सुविधायें सम्मिलित हैं। को-मोर्बिडटीज इस श्रेणी में हाइपरटेंशन एवं अनियंत्रित डायबिटीज रोगियों का उपचार तथा अल्प अवधि की हीमोडायलिसिस की सुविधा भी पैकेज में सम्मिलित है। प्रयोगात्मक उपचार जैसे-रैमडेसिविर इत्यादि को छोड़कर अन्य उपचार पैकेज में सम्मिलित हैं। (कोविड-19 हेतु आरटीपीसीआर टेस्ट तथा आई0एल0-6 टेस्ट सम्मिलित नहीं किया गया है) मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि उक्त दरों का निर्धारण पीडियाट्रिक रोगियों के ऊपर भी लागू है। गर्भवती महिलाओं का प्रसव नार्मलध्सी-सेक्शन तथा नवजात शिशु के उपचार पर होने वाले व्यय को चिकित्सालय द्वारा आयुष्मान भारत योजना के प्रचलित दर पर अलग से लिया जायेगा।
वाराणसी के जिन निजी चिकित्सालयों को निर्धारित दरों के नियम से बांधा गया है और सम्बद्ध किया गया है वह निम्न हैं-
1 हेरिटेज इंस्टीट्यूटी ऑफ मेडिकल साइंसेज
2 ओरियाना हास्पिटल
3 दीर्घायु हास्पिटल
4 शुभम् सद्भावना हास्पिटल
5 सिंह मेडिकल एण्ड सर्जिकल सेण्टर
6 शिव सर्जिकल हास्पिटल
7 ओपल हास्पिटल
8 मेरीडियन हास्पिटल
9 अलकनन्दा हास्पिटल
10 कल्पना मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल
11 एलायंस हास्पिटल
12 महाश्वेता हास्पिटल
13 त्रिमूर्ति हास्पिटल
14 फोर्ड हॉस्पिटल
15 मैक्स वेलहास्पिटल
16 सरभहा स्पिटल
17 गैलेक्सी हास्पिटल
18 ज्ञानविष्णु हास्पिटल
19 इन्द्रा हास्पिटल
20 रूद्रकाशी हास्पिटल
21 जे0पी0 नर्सिंग होम
22 सार्थक सर्जिकल सेण्टर
23 कुलवन्ती हास्पिटल
24 अनन्त हास्पिटल
25 आलोक हास्पिटल
26 सन्मुख हास्पिटल
27 रॉयल मैटर्निटी एण्ड नर्सिंग होम
28 न्यू जागृति हास्पिटल
29 स्मार्ट मेडिसिटी
30 शिवम् हास्पिटल
31 राम बिलास हास्पिटल
32 मांराजवती हास्पिटल
33 केयर हास्पिटल
34 खुशहाल हास्पिटल
35 संतुष्टि हास्पिटल
36 श्री रामकृष्ण मिशन होम ऑफ सर्विस
कुछ अन्य संबद्ध निजी चिकित्सालयों को भी संबद्ध किया गया है। उन्हें प्रशासन की निर्गत नोटिस में देखा जा सकता है।