‘स्वर लहरी’ और ‘तेरी जीत मेरी हार’ दो काव्य पुस्तकों का हुआ भव्य लोकार्पण

अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद। वाराणसी। डा. अनिल सिन्हा बहुमुखी रचित ‘स्वर लहरी’ और कवयित्री नीलिमा श्रीवास्तव द्वारा रचित ’तेरी जीत मेरी हार’ के भव्य लोकार्पण कार्यक्रम भोजूबीर सरसौली स्थित स्याही … Read More

आलेख: तीर्थ स्थल,पावनकारिणी शक्ति के केन्द्र व चेतना के सम्बर्धक : डॉक्टर डी आर विश्वकर्मा

अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद। वाराणसी। तीर्थ संस्कृत का शब्द है। जिसका मतलब पार करने का स्थान, घाट ,पाठ या व्यक्ति को संदर्भित करता है जो पवित्र है। तीर्थ,धार्मिक आध्यात्मिक और … Read More

स्वच्छता के लिये काव्य संदेश-डॉक्टर डी आर विश्वकर्मा

स्वच्छता के लिये काव्य संदेश चाहते हो यदि आप, लक्ष्मी जी का हो साथ, घर और मन में शुद्धता अपनाइये। शान्ति और सुख संग, खुशियाँ अपार मिलें, गन्दगी को आदत … Read More

‘राजभाषा हिंदी का वैश्विक परिदृश्य एवं चुनौतियां’ विषय पर विद्वानों ने किया मंथन

अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद। वाराणसी। उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान, लखनऊ द्वारा 19-20 सितंबर 2024 को वाराणसी के उद्गार सभागार, भोजूबीर में ‘राजभाषा हिंदी का वैश्विक परिदृश्य एवं चुनौतियां’ विषय पर … Read More

कौन है सदगुरु?-डॉक्टर डी. आर. विश्वकर्मा

गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर एक चिंतन भारत की गणना एक ऋषि प्रधान देश में होती है। यहाँ की पावन धरा पर अनगिनत संत, महात्माओं, गुरुओं ने समय समय … Read More

मुम्बई की कवयित्री सिंधवासिनी तिवारी सिंधु को दिया गया उद्गार साहित्य सम्मान

साहित्य समाज को और कविता कल्पना की भावुकता को दिशा देने में सक्षम-पंडित छतिश द्विवेदी ‘कुण्ठित’ अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद। वाराणसी। आज 19 मई 2024 को उद्गार साहित्यिक, सांस्कृतिक व … Read More

हे राम! तुम्हें आना होगा! : पं. छतिश द्विवेदी ‘कुण्ठित’

भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के प्रशंगवश उद्गार के संस्थापक की दो कवितायें/गीत गीत 01 हे राम! तुम्हें आना होगा! हे राम! तुम्हें आना होगा! मेरी बहने औ’’ मातायें दे … Read More

‘उद्गार’ की 92वीं गोष्ठी ‘गीतों में राम’ संपन्न

अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद। वाराणसी। उद्गार साहित्यिक, सांस्कृतिक व सामाजिक संगठन की 92 वीं गोष्टी भगवान श्री राम को समर्पित रही। अयोध्या में मंदिर स्थापना एवं भगवान श्री राम के … Read More

इस बार बसंत को प्रभु श्रीराम की अगवानी के लिए पौष में ही आना होगा – डॉ. चन्द्र भाल ‘सुकुमार’

स्तम्भ: ‘डायरी लिखनी है’: भाग एक रोज रात को सोने से पहले डायरी लिखने की मेरी पुरानी आदत है। कभी भूल भी जाता हूँ तो धर्मपत्नी याद दिला देती हैं। … Read More

पंडित छतिश द्विवेदी ‘कुण्ठित’ द्वारा संपादित आठ पुस्तकों के लोकार्पण के साथ कवियों ने मनाया नववर्षोत्सव

अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद। कुछ भरकर कुछ रीत गया है धरती पर, जाने क्या-क्या बीत गया है धरती पर: कुण्ठित उद्गार की 91 वीं कवि गोष्ठी संपन्न वाराणसी। साल 2023 … Read More