‘‘आओ दीप जलाएं फिर से!’’ -गीतकार – छतिश द्विवेदी कुंठित’
गीत ‘‘आओ दीप जलाएं फिर से!’’ सनातन के पावन पर्व दीपावली पर सभी पाठकों को शुभकामना देते हुए उद्गार काव्य के इस अनुभाग में प्रस्तुत है गीत ‘‘आओ दीव जलाएँ … Read More
गीत ‘‘आओ दीप जलाएं फिर से!’’ सनातन के पावन पर्व दीपावली पर सभी पाठकों को शुभकामना देते हुए उद्गार काव्य के इस अनुभाग में प्रस्तुत है गीत ‘‘आओ दीव जलाएँ … Read More
धर्मपाल जी विख्यात चिंतक एवं गांधी विचारक हैं। प्रस्तुत है उनका लिखा एक आलेख… भारतीय मानस में सृष्टि के विकास के क्रम और उसमें मानवीय प्रयत्न और मानवीय ज्ञान-विज्ञान के … Read More
देश पर गुमान युवा कवयित्री : रुद्राणी घोष मुझसे पूछा एक अंगरेज ने, तु़झे क्यों हैं इतना गुमान अपने देश पर? खाने को भरपेट खाना नहीं, आधी आबादी सोती है … Read More
भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के लम्बे संघर्ष, उसके धार्मिक व सामाजिक महत्ता और उसके शिलान्यास में प्रयुक्त हर ईंट में भरे भावसिक्त संदेश को समझा रहे हैं नोएडा के … Read More
अनिवार्य प्रश्न । संवाद नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस समारोह के तहत संस्कृति मंत्रालय का एक स्वायत्त संगठन- सांस्कृतिक संसाधन और प्रशिक्षण केंद्र (सीसीआरटी), माइजीओवी डॉट इन की साझेदारी में, एक राष्ट्रीय स्तर की … Read More
नई शिक्षा नीति अंग्रेजी के साथ मातृभाषा के अलावा संस्कृत व देश की अन्य भाषाओं के सीखने पर जोर देने वाली है ऐसा मानते हुए विश्लेषण कर रहे हैं लेखक … Read More
अनिवार्य प्रश्न । ब्यूरो संवाद वाराणसी। कहानी सम्राट मुंशी प्रेमचंद जी के 140 वें जन्मदिवस के अवसर पर महापंडित राहुल सांकृत्यायन शोध एवं अध्ययन केंद्र वाराणसी द्वारा उनके प्रसिद्ध उपन्यास … Read More
’गोदान’ का सामाजिक विस्तार औपनिवेशिक भारत में तमाम आर्थिक सामाजिक शैक्षिक असमानताओं या यूँ कहें कि अनेक असंतुलनों के काल में महान उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद जी के लेखन की पराकाष्ठात्मक … Read More
कविता: सुख-दुख दोनों अतिथि हमारे : कंचन सिंह परिहार सुख-दुख दोनों अतिथि हमारे। कभी साथ न दोनों आते, हरदम रहते आते-जाते, कब है आना कब है जाना, कितने दिन कब … Read More
‘‘कोरोनाकाल में एक सफर’’ में जीवन की दुश्वारियों व नवप्रकट असंतुलित संवेदनाओं पर अतिसरलता पूर्वक अतिसामयिक संस्मरणीय आलेख प्रस्तुत कर रहे हैं साहित्यकार प्रफुल्ल सिंह ‘बेचैन कलम’ जीवन हमेशा एक-सा … Read More